ऑप्शन ट्रेडिंग (Option Trading) क्या है? – पूरी जानकारी हिंदी में
आज के समय में ऑप्शन ट्रेडिंग (Option Trading) शेयर मार्केट की सबसे लोकप्रिय और एडवांस रणनीतियों में से एक है। इसमें कम पूंजी लगाकर बड़े मुनाफे की संभावना होती है। लेकिन सही जानकारी न होने पर यह घाटे का सौदा भी बन सकता है।
आइए इस ब्लॉग में समझते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, यह कैसे काम करती है, इसके प्रकार, फायदे-नुकसान और इसे सीखने का सबसे आसान तरीका क्या है।

1. ऑप्शन ट्रेडिंग की परिभाषा (Definition of Option Trading)
ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा कॉन्ट्रैक्ट है जो खरीदार (Buyer) को किसी विशेष स्टॉक या इंडेक्स को एक निश्चित प्राइस (Strike Price) पर एक निश्चित समय (Expiry Date) तक खरीदने या बेचने का अधिकार (Right) देता है — लेकिन कोई बाध्यता (Obligation) नहीं होती।
👉 यानी, ऑप्शन में आप “भविष्य के भावों” पर दांव लगाते हैं, न कि शेयर को वास्तव में खरीदते हैं।
यह एक प्रकार का Derivatives Contract है।
2. ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
जब कोई ट्रेडर यह मानता है कि शेयर का भाव बढ़ेगा, तो वह Call Option खरीदता है।
और जब उसे लगता है कि शेयर का भाव गिरेगा, तो वह Put Option खरीदता है।
- अगर प्राइस अनुमान के अनुसार जाता है, तो Buyer को बड़ा मुनाफा मिलता है।
- अगर गलत दिशा में जाता है, तो सिर्फ Premium (छोटी राशि) का नुकसान होता है।
👉 यानी नुकसान सीमित लेकिन मुनाफे की संभावना असीमित।
3. ऑप्शन ट्रेडिंग में मुख्य शब्दावली (Important Terms)
(a) Strike Price
वह कीमत जिस पर कॉन्ट्रैक्ट तय होता है।
(b) Premium
ऑप्शन खरीदने के लिए दी जाने वाली रकम। यह वही राशि है जो आपके नुकसान की अधिकतम सीमा तय करती है।
(c) Expiry Date
वह अंतिम तारीख जब तक ऑप्शन वैध रहता है (जैसे – हर गुरुवार, मासिक या साप्ताहिक Expiry)।
(d) Lot Size
हर ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट में तय मात्रा में शेयर होते हैं, जैसे – NIFTY में 50 शेयर।
(e) Intrinsic Value और Time Value
ऑप्शन की कीमत इन दो मूल्यों से बनती है। समय बीतने के साथ Time Value घटती जाती है।
4. ऑप्शन के प्रकार (Types of Options)
(1) Call Option (CE)
अगर ट्रेडर को लगता है कि किसी शेयर का भाव बढ़ेगा, तो वह Call Option खरीदता है।
- Buyer: “Right to Buy” (खरीदने का अधिकार)
- Seller: “Obligation to Sell” (बेचने की बाध्यता)
(2) Put Option (PE)
अगर ट्रेडर को लगता है कि शेयर का भाव गिरेगा, तो वह Put Option खरीदता है।
- Buyer: “Right to Sell” (बेचने का अधिकार)
- Seller: “Obligation to Buy” (खरीदने की बाध्यता)
5. ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रतिभागी (Participants)
- Option Buyer (खरीददार) – अधिकार खरीदता है
- Option Seller / Writer (विक्रेता) – अधिकार बेचता है और Premium कमाता है
- Hedger – Risk कम करने के लिए ऑप्शन का उपयोग करता है
- Speculator – भाव के अनुमान से मुनाफा कमाने की कोशिश करता है
- Arbitrageur – दो अलग बाजारों में प्राइस का अंतर निकालकर लाभ कमाता है
6. ऑप्शन ट्रेडिंग का उदाहरण (Example)
मान लीजिए, NIFTY अभी 22,000 पर है।
आपको लगता है कि अगले हफ्ते तक यह 22,200 तक जाएगा।
आपने 22,000 Strike Price का Call Option ₹100 के Premium पर खरीदा (Lot Size = 50)।
👉 कुल निवेश = ₹100 × 50 = ₹5,000
अगर NIFTY 22,300 चला गया,
तो आपका Profit = (22,300 – 22,000 – 100) × 50 = ₹10,000
अगर NIFTY नीचे गिर गया, तो अधिकतम नुकसान = ₹5,000 (Premium)
7. ऑप्शन प्राइस कैसे तय होता है?
ऑप्शन की कीमत कई फैक्टर पर निर्भर करती है, जैसे –
- Underlying Asset Price (शेयर या इंडेक्स का भाव)
- Strike Price
- Time to Expiry
- Volatility (चंचलता)
- Interest Rate और Dividend
इसकी गणना Black-Scholes Model जैसे गणितीय मॉडल से होती है।
8. ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे (Advantages)
- कम पूंजी में बड़ा मुनाफा – सिर्फ Premium देकर बड़ी पोज़िशन ले सकते हैं।
- नुकसान सीमित – Buyer का नुकसान Premium तक सीमित।
- Portfolio Hedge – Long-Term निवेश को Short-Term गिरावट से बचा सकते हैं।
- Flexibility – ऊपर, नीचे या Sideways मार्केट, हर दिशा में ट्रेडिंग संभव।
- Leverage Power – कम पैसे में बड़े Contracts।
9. ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages)
- Complex Strategy – शुरुआती लोगों के लिए कठिन।
- Time Decay – समय बीतने पर ऑप्शन की वैल्यू घटती जाती है।
- Volatility Risk – अचानक मार्केट शांत या तेज होने से नुकसान।
- High Brokerage & Margin Requirement (Sellers के लिए)।
- Emotional Pressure – Market Psychology समझे बिना नुकसान पक्का।
10. ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के आसान तरीके
- Demo Trading से शुरुआत करें – जैसे Zerodha Streak, Sensibull आदि पर।
- Option Chain पढ़ना सीखें – Open Interest और Volume को समझें।
- Technical Analysis सीखें – Chart Patterns, RSI, MACD का उपयोग करें।
- Risk Management Rule अपनाएं – एक ट्रेड में 2–3% से ज़्यादा Risk न लें।
- Small Capital से शुरुआत करें – अनुभव के साथ ही Lot Size बढ़ाएं।
11. ऑप्शन ट्रेडिंग में उपयोगी स्ट्रैटेजीज़ (Option Trading Strategies)
स्ट्रैटेजी | मार्केट ट्रेंड | उपयोग |
---|---|---|
Covered Call | Neutral to Bullish | Holdings पर Income बनाना |
Protective Put | Bullish | Loss से सुरक्षा |
Straddle | Volatile Market | दोनों दिशा में बड़ा मूवमेंट |
Strangle | High Volatility | Low Cost Dual Bet |
Iron Condor | Range-bound | स्थिर मार्केट में मुनाफा |
Butterfly Spread | Neutral | सीमित जोखिम के साथ सीमित लाभ |
12. ऑप्शन ट्रेडिंग बनाम फ्यूचर ट्रेडिंग
तुलना बिंदु | ऑप्शन ट्रेडिंग | फ्यूचर ट्रेडिंग |
---|---|---|
जोखिम | सीमित (Premium तक) | असीमित |
लाभ | असीमित | सीमित |
कॉन्ट्रैक्ट प्रकृति | अधिकार आधारित | बाध्यता आधारित |
प्रारंभिक लागत | कम | अधिक |
जटिलता | अधिक | तुलनात्मक रूप से सरल |
13. भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग कहाँ होती है?
भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग मुख्य रूप से NSE (National Stock Exchange) और BSE (Bombay Stock Exchange) पर होती है।
लोकप्रिय Index Options:
- NIFTY 50 Options
- BANK NIFTY Options
- FINNIFTY Options
- SENSEX Options
14. ऑप्शन ट्रेडिंग से टैक्स कैसे लगता है?
- Business Income के रूप में गिना जाता है।
- Profit पर Income Tax Slab के अनुसार टैक्स।
- Loss को Carry Forward किया जा सकता है (8 साल तक)।
- Audit जरूरी हो सकता है अगर टर्नओवर बड़ा है।
15. ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेटफॉर्म
- Zerodha (Kite + Sensibull)
- Upstox
- Angel One
- Groww
- ICICI Direct
- Dhan App (Option Trader Friendly)
16. शुरुआती ट्रेडर के लिए टिप्स
- हर ट्रेड में Stop Loss जरूर लगाएं।
- सिर्फ Trend के साथ ट्रेड करें, अनुमान से नहीं।
- News पर नहीं, Data और Analysis पर भरोसा करें।
- Daily Option Chain Analysis करें।
- Discipline सबसे बड़ी Strategy है।
17. ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़ी गलतफहमियाँ
❌ “Option में जल्दी अमीर बन सकते हैं”
👉 सच – इसमें समझ, रणनीति और अनुशासन चाहिए।
❌ “यह सिर्फ बड़े ट्रेडर्स के लिए है”
👉 सच – सही शिक्षा के साथ कोई भी शुरुआत कर सकता है।
❌ “सिर्फ Call या Put खरीदना काफी है”
👉 सच – Professional ट्रेडर हमेशा Strategies का उपयोग करते हैं।
18. निष्कर्ष (Conclusion)
ऑप्शन ट्रेडिंग कम पूंजी में बड़ा अवसर देती है, लेकिन इसमें सफलता सिर्फ किस्मत से नहीं, बल्कि ज्ञान, अनुशासन और अनुभव से मिलती है।
अगर आप सही तरीके से सीखें, रिस्क मैनेजमेंट अपनाएं और भावनाओं को नियंत्रित रखें — तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए एक अद्भुत Wealth Creation Tool बन सकती है।
सुझाव
अगर आप Option Trading सीखना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट
👉 StockMarketPathsala.in
पर “ऑप्शन ट्रेडिंग कोर्स”, “इंडिकेटर गाइड” और “स्ट्रैटेजी क्लास” ज़रूर देखें।
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